52 Part
70 times read
0 Liked
अध्याय - ३६ भरत-चरित्र श्रीमैत्रजी बोले - हे भगवान् ! मैंने पृथिवी, समुद्र, नदियों और ग्रहगणकी स्थिति आदिंके विषयमें जो कुछ पूछा था सो सब आपने वर्णन कर दिया ॥१॥ उसके ...